Wednesday, November 24, 2021
Monday, November 22, 2021
बैठकर किए जाने वाले आसनों के नाम बताइए || list of sitting yoga asanas
बैठकर किए जाने वाले योगासन करने की कुछ प्रमुख टिप्स :-
- आसन का अभ्यास करते समय दर्द या परेशानी को कम करने के लिए घुटनों या टखनों के नीचे एक कंबल रखें |
- यदि आपको किसी आसन का अभ्यास करते समय आगे की तरफ झुकने में परेशानी आ रही है तो आप योगा बेल्ट या किसी कपड़े का इस्तेमाल करके आसन में आगे की तरफ झुक सकते हैं |
- यदि आप आसन का अभ्यास करने के लिए जमीन पर बैठ नहीं सकते, तो अपने योग शिक्षक की सहायता से इन आसनों का मॉडिफाई करके कुर्सी पर ही अभ्यास करें |
- इन आसनों का अभ्यास किस प्रकार करना है तथा आसनों का अभ्यास करते हुए किन सावधानियों को ध्यान में रखना है उसके बारे में हमारे दिए हुए अन्य लेखों को ध्यानपूर्वक पढ़ें |
1. जानुशीर्षासन
Asana Name :- Janu Sirsasana
Sanskrit Name :- जानुशीर्षासन
English Name :- One-Legged Forward Bend
2. पश्चिमोत्तानासन
Asana Name :- Paschimottanasana
Sanskrit Name :- पश्चिमोत्तानासन
English Name :- Seated Forward Bend
3. पूर्वोत्तानासन
Asana Name :- Poorvottanasana
Sanskrit Name :- पूर्वोत्तानासन
English Name :- Upward Plank Pose
4. अर्ध मत्स्येन्द्रासन
Asana Name :- Ardha Matsyendrasana
Sanskrit Name :- अर्ध मत्स्येन्द्रासन
English Name :- Half Spinal Twist
5. बधाकोनासन
Asana Name :- Badhakonasana
Sanskrit Name :- बधाकोनासन
English Name :- Butterfly Pose
Asana Name :- Padmasana
Sanskrit Name :- पद्मासन
English Name :- Lotus Pose
7. मार्जारियासन
Asana Name :- Marjariasana
Sanskrit Name :- मार्जारियासन
English Name :- Cat Stretch
8.एका पद राजा कपोतासन
Asana Name :- Eka Pada Rajakapotasana
Sanskrit Name :- एका पद राजा कपोतासन
9. बालासन
Asana Name :- Shishuasana
Sanskrit Name :- बालासन
English Name :- Child Pose
10. वज्रासन
Asana Name :- Vajrasana
Sanskrit Name :- वज्रासन
English Name :- Thunderbolt Pose
11. गोमुखासन
Asana Name :- Gomukhasana
Sanskrit Name :- गोमुखासन
English Name :- Cow Face Pose
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Saturday, November 20, 2021
थायराइड के लिए योग आसन || Yoga For Thyroid
थायराइड Thyroid, यह कोई बीमारी नहीं है बल्कि शरीर का एक अंग है जो हमारी गर्दन में नीचे की तरफ तितली के आकार की ग्रंथि gland के रूप में होता है | ह 8 अंतःस्रावी ग्रंथियों Endocrine System में से एक है | थायराइड ग्लैंड कैलोरी बर्न के ठीक ऊपर उपस्थित होती है।
यह कई कार्यों को नियंत्रण करती है जैसे कि:- यह वजन घटाने या बढ़ने पर नियंत्रण करती है, दिल की धड़कन को धीमा या तेज कर सकती है, शरीर का तापमान बढ़ा या घटा सकती है, उस दर को प्रभावित कर सकती है जिस दर पर भोजन पाचन तंत्र के माध्यम से चलता है, मांसपेशियों के अनुबंध के तरीकों को नियंत्रण कर सकती है, उस दर पूर्ण निर्णय कर सकती है जिस पर मरने वाली कोशिकाओं को बदला जाता है | और जब थायराइड ग्रंथि पर्याप्त थायराइड हार्मोन का उत्पादन नहीं कर पाती तब हमें थकान, ठंड के प्रति संवेदनशीलता, कब्ज, शुष्क त्वचा और अस्पष्ट व्रत वजन बढ़ने या घटने जैसे लक्षण अपने शरीर में दिखाई देते हैं |
योगासन ना केवल थायराइड ग्लैंड बल्कि सभी ग्रंथियों को स्वस्थ और चायपचय को बनाए रखने में मदद कर सकता है | कई अध्ययनों में यह पाया गया है कि योग के लगातार व नियमित अभ्यास से थायराइड की परेशानी को जड़ से समाप्त की जा सकता है और इस बात को वैज्ञानिक भी मानते हैं | यह पांच योगासन है जो थायराइड के लिए फायदेमंद है |
यह कई कार्यों को नियंत्रण करती है जैसे कि:- यह वजन घटाने या बढ़ने पर नियंत्रण करती है, दिल की धड़कन को धीमा या तेज कर सकती है, शरीर का तापमान बढ़ा या घटा सकती है, उस दर को प्रभावित कर सकती है जिस दर पर भोजन पाचन तंत्र के माध्यम से चलता है, मांसपेशियों के अनुबंध के तरीकों को नियंत्रण कर सकती है, उस दर पूर्ण निर्णय कर सकती है जिस पर मरने वाली कोशिकाओं को बदला जाता है | और जब थायराइड ग्रंथि पर्याप्त थायराइड हार्मोन का उत्पादन नहीं कर पाती तब हमें थकान, ठंड के प्रति संवेदनशीलता, कब्ज, शुष्क त्वचा और अस्पष्ट व्रत वजन बढ़ने या घटने जैसे लक्षण अपने शरीर में दिखाई देते हैं |
योगासन ना केवल थायराइड ग्लैंड बल्कि सभी ग्रंथियों को स्वस्थ और चायपचय को बनाए रखने में मदद कर सकता है | कई अध्ययनों में यह पाया गया है कि योग के लगातार व नियमित अभ्यास से थायराइड की परेशानी को जड़ से समाप्त की जा सकता है और इस बात को वैज्ञानिक भी मानते हैं | यह पांच योगासन है जो थायराइड के लिए फायदेमंद है |
थायराइड की परेशानी में योग का अभ्यास किस प्रकार किया जाए वह नीचे दी गई वीडियो में उपस्थित है |
1. सर्वांगासन (Sarvangasana)
सर्वांगासन |
2. हलासन (Halasan)
हलासन |
3. मत्स्यासन (Matsyasana)
मत्स्यासन |
मत्स्य का अर्थ है - मछली। इस आसन में शरीर का आकार मछली के जैसा बनता है| अतः मत्स्यासन कहलाता है| इसे अंग्रेजी भाषा में मछली मुद्रा Fish Pose भी कहते हैं | यह आसन छाती को चौड़ा कर उसे स्वस्थ बनाए रखने में लाभकारी है |
मत्स्यासन हलासन के बाद करने के लिए एक श्रेष्ठ आसन है, मत्स्यासन के अभ्यास से कंधों के मुद्रा को ठीक किया जा सकता है | क्योंकि यह शरीर को विपरीत दिशा में फैलाता है | यह आसन बहुत ही सरल है और इस आसन का अभ्यास आप अपने आप भी कर सकते हैं|
थायराइड फंक्शन को बेहतर बनाने के लिए मत्स्यासन को सबसे प्रभावी माना जाता है | जैसे ही आप अपने सिर को मत्स्यासन की मुद्रा में लटका आते हैं, आप गले के क्षेत्र को उजागर कर करके अपने थायराइड को उत्तेजित करते हैं |
4. सेतुबंध आसन (Setu Bandh Asana)
सेतुबंध आसन |
सेतुबंध आसन को अंग्रेजी भाषा में ब्रिज पोज Bridge Pose भी कहा जाता है क्योंकि इसका आकार बहुत हद तक ब्रिज के समान है |
यह पीठ के बल लेट कर किया जाने वाला बहुत ही महत्वपूर्ण आसनों में से एक है।सेतुबंध आसन कमर दर्द, थायराइड, डिप्रेशन इत्यादि के लिए बहुत ही कारगर है | यह आसन पीठ को मजबूत बनाने के लिए अच्छा है, यह थायराइड स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में भी मदद कर सकता है | यह रीड को फैलाता है, दर्द और तनाव से राहत देता है, शरीर पर इसका धीरे-धीरे उत्तेजक प्रभाव परिसंचरण को बढ़ाता है | इस आसन को करने की विधि बहुत ही सरल है| इस आसन को करने के बाद थायराइड की अच्छी तरह से मसाज हो जाता है । और यह थायराइड हार्मोन के स्त्राव में मदद मिलती है जो थायराइड को रोकने में सहायक होता है ।
5. भुजंगासन (Bhujangasana)
भुजंगासन |
भुजंगासन को कोबरा पोज Cobra Pose भी कहा जाता है क्योंकि इसे करने पर शरीर की आकृति फेल कर सांप के समान दिखाई देती है । भुजंगासन शरीर के लिए बहुत ही लाभकारी है | यह शरीर को लचीला तो बनाता है साथ ही पीठ, गर्दन और रीढ़ की हड्डियों को मजबूत बनाता है. यह आसन अभ्यास करने के लिए बहुत ही सरल आसनों की श्रेणी में आता है |
भुजंगासन गले और थायराइड को धीरे से उत्तेजित करता है | इस आसन के अभ्यास से थकान और तनाव से मुक्ति मिलती है | यह आसन छाती व फेफड़ों, कंधों और पेट में खिंचाव लाता है | पेट के अंगों को उत्तेजित करता है, साइटिका से राहत दिलाता है, अस्थमा (दमा) के लिए चिकित्सक है |
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Wednesday, November 3, 2021
मधुमेह के लिए योग || Yoga for Diabetes
योग एक लोकप्रिय अभ्यास है जिससे बहुत से लोग अपने स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद पाते हैं | एक प्रकार का व्यायाम होने के साथ-साथ यह तनाव और चिंता को भी कम कर सकता है | योग आपके शरीर और दिमाग को आराम देने के अलावा और भी बहुत सी बीमारियों में उपयोग आता है | खासकर यदि आप मधुमेह के साथ जी रहे हैं तो कुछ आसन मधुमेह के स्तर को कम करने में मदद करते हैं साथ ही परिसंचरण में सुधार भी पड सकता हैं जिससे कई विशेषज्ञ मधुमेह प्रबंधन के लिए योग की सलाह देते हैं |
इसके नियमित अभ्यास से मधुमेह की अन्य जटिलताओं जैसे हृदय संबंधी समस्याएं,छाती में दर्द, दिल का दौरा, आघात, धमनियों का सिकुड़ना, गुर्दे की बीमारी और आदि की संभावना को कम करने में भी मदद करता है | कई अध्ययनों के अनुसार टाइप 2 मधुमेह के रोगियों में रक्त संकरा के स्तर को कम करने में योग अधिक मददगार हो सकता है। मधुमेह के प्रबंधन के लिए योग शिक्षकों द्वारा निम्नलिखित कुछ आसन महत्वपूर्ण बताए गए हैं |
मधुमेह के मरीजों के लिए सबसे अच्छी बात यह है कि योग किसी भी उम्र के व्यक्ति कर सकते हैं और इसका नियमित अभ्यास करने से अन्य परेशानी भी नहीं होती |
योग में मधुमेह को कम करने के लिए कौन से आसनों का अभ्यास करना चाहिए यह जानने के लिए इस लेख को पूरा पढ़ें |